नई
दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज नई
दिल्ली में 'डेयरी क्षेत्र में सस्टेनेबिलिटी और सर्कुलरिटी' विषय
पर आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा
कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में
देश की सहकारी डेयरी
उद्योग नए कीर्तिमान स्थापित
कर रही है।
अमित
शाह ने अपने संबोधन
में कहा कि डेयरी क्षेत्र
भारतीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण
हिस्सा है और इसे
सस्टेनेबल एवं सर्कुलर इकॉनमी की दिशा में
आगे बढ़ाना सरकार की प्राथमिकता है।
उन्होंने इस बात पर
जोर दिया कि सहकारी डेयरी
उद्योग को आधुनिक तकनीकों
और नवाचारों को अपनाकर देश
की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना
चाहिए।
डेयरी
क्षेत्र
में
सरकार
के
प्रयास
- डेयरी
क्षेत्र में नई तकनीकों और
पर्यावरण अनुकूल उपायों को बढ़ावा देना
- सहकारी
मॉडल को सशक्त बनाकर
किसानों और दुग्ध उत्पादकों
को अधिक लाभ पहुंचाना
- सर्कुलर
इकॉनमी को अपनाकर दुग्ध
उत्पादन को अधिक टिकाऊ
बनाना
- कार्बन
उत्सर्जन में कमी लाने और हरित ऊर्जा
को डेयरी उद्योग में शामिल करने पर बल
प्रधानमंत्री
मोदी के नेतृत्व में
भारत का डेयरी सेक्टर
तेजी से विकास कर
रहा है। सरकार ‘सस्टेनेबल डेयरी मिशन’ के तहत डेयरी
किसानों को प्रोत्साहन, नवाचारों
को बढ़ावा और ग्रीन एनर्जी
के उपयोग को प्राथमिकता दे
रही है।
इस
कार्यशाला में देशभर के डेयरी विशेषज्ञों,
सहकारी संस्थानों, उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और
नीति निर्माताओं ने भाग लिया
और डेयरी क्षेत्र के भविष्य और
सस्टेनेबिलिटी पर अपने विचार
साझा किए।
भारत
के डेयरी सेक्टर को वैश्विक स्तर
पर प्रतिस्पर्धी बनाने और इसे पर्यावरण-अनुकूल, टिकाऊ और लाभदायक बनाने
की दिशा में सरकार तेजी से काम कर
रही है। इस कार्यशाला का
उद्देश्य भी डेयरी उद्योग
को अधिक आत्मनिर्भर और नवाचार-प्रधान
बनाना है, जिससे लाखों किसानों और पशुपालकों को
सीधा लाभ मिल सके।
यह
आयोजन भारत में डेयरी क्षेत्र को नई ऊंचाइयों
तक पहुंचाने की दिशा में
एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।