नई दिल्ली: मोदी सरकार ने देश के मेधावी और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की पहल पर, सरकार ने प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मी योजना की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, जिससे उनके सपनों को साकार करने में मदद मिल सके।
दिल्ली प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी सदस्य गोपाल गर्ग ने इस योजना की प्रशंसा करते हुए मोदी सरकार और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह योजना देश के लाखों छात्रों के लिए एक वरदान साबित होगी, जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी उच्च शिक्षा के सपने पूरे नहीं कर पाते।
योजना के मुख्य बिंदु:
10 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण: इस योजना के तहत देश के 1 लाख मेधावी छात्रों को 10 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण प्रदान किया जाएगा। यह ऋण बिना किसी गारंटी के उपलब्ध होगा, जिससे छात्रों और उनके परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी।
बिना गारंटी के लोन: प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मी योजना की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसके लिए किसी गारंटर की आवश्यकता नहीं होगी। यह विशेष प्रावधान उन छात्रों के लिए राहत का काम करेगा, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिनके पास गारंटी देने के लिए संपत्ति या साधन नहीं हैं।
NIRF रैंक वाले 860 संस्थानों में पढ़ाई: यह योजना उन छात्रों के लिए है, जो देश के शीर्ष 860 NIRF (National Institutional Ranking Framework) रैंक वाले संस्थानों में पढ़ाई करना चाहते हैं। इस लोन से उन्हें अपनी पढ़ाई पूरी करने में मदद मिलेगी और उन्हें किसी भी प्रकार की आर्थिक बाधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
3,600 करोड़ रुपये का वित्तीय अनुदान: योजना को सफलतापूर्वक लागू करने और छात्रों को मदद देने के लिए सरकार ने कुल 3,600 करोड़ रुपये का वित्तीय अनुदान आवंटित किया है। यह अनुदान सुनिश्चित करेगा कि योजना का प्रभावी रूप से क्रियान्वयन हो और अधिकतम छात्रों को इसका लाभ मिले।
गोपाल गर्ग ने कहा,"प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मी योजना का उद्देश्य देश के मेधावी छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह योजना मोदी सरकार का शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है, जो लाखों छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के अवसर देगा। इसके लिए हम मोदी सरकार और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जी का आभार व्यक्त करते हैं।"
निष्कर्ष: प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मी योजना से छात्रों को न केवल आर्थिक मदद मिलेगी, बल्कि यह उनके शैक्षिक भविष्य को उज्ज्वल बनाने में भी सहायक होगी। उच्च शिक्षा की दिशा में इस पहल से देश के युवा अपने सपनों को साकार कर सकेंगे और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकेंगे। यह योजना उन छात्रों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनेगी, जो शिक्षा के माध्यम से अपने जीवन में बदलाव लाना चाहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जी की यह पहल न केवल शिक्षा को सुलभ बनाएगी, बल्कि देश के आर्थिक विकास में भी योगदान देगी।