नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली

  

नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। इस ऐतिहासिक अवसर पर उन्होंने 140 करोड़ भारतीयों की सेवा करने और मंत्रिमंडल के साथ मिलकर देश को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का संकल्प लिया।

मोदी सरकार की प्राथमिकताएँ:प्रधानमंत्री मोदी ने शपथ ग्रहण के तुरंत बाद देश के विकास के लिए अपनी प्राथमिकताओं को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का मुख्य उद्देश्य सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है। उन्होंने आर्थिक विकास, बुनियादी ढाँचे का सुधार, कृषि क्षेत्र का सशक्तिकरण, और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को अपनी सरकार की प्राथमिकता बताया।

प्रमुख उपलब्धियाँ:मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ रहीं हैं, जिनमें प्रमुख हैं:

1.आर्थिक सुधार: जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) का कार्यान्वयन।

2.स्वच्छ भारत अभियान: स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई योजना।

3.डिजिटल इंडिया:देश को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएँ।

4.आयुष्मान भारत:गरीबों के लिए विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना।

भविष्य की योजनाएँ:प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल हैं:

1.आत्मनिर्भर भारत: स्थानीय उत्पादन और उद्योग को बढ़ावा देना।

2.शिक्षा का सुधार: नई शिक्षा नीति के माध्यम से शिक्षा प्रणाली में सुधार।

3. कृषि सुधार: किसानों की आय दोगुनी करने के लिए योजनाएँ।

शपथ ग्रहण समारोह:शपथ ग्रहण समारोह में कई महत्वपूर्ण व्यक्तित्व शामिल हुए, जिनमें पड़ोसी देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी शामिल थे। इस समारोह में बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, नेपाल, मालदीव्स और मॉरीशस जैसे देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए। यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भारत की बढ़ती साख का प्रतीक है।

नरेंद्र मोदी का नेतृत्व:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व हमेशा से ही मजबूत और दूरदर्शी रहा है। उनके नेतृत्व में भारत ने न केवल घरेलू मोर्चे पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी साख बनाई है। मोदी ने अपने पिछले कार्यकाल में कई अहम सुधार और योजनाएं शुरू कीं, जिनसे भारत की छवि एक प्रगतिशील और सशक्त राष्ट्र के रूप में उभर कर सामने आई है।

अंतरराष्ट्रीय संबंध:मोदी के नेतृत्व में भारत ने अपने अंतरराष्ट्रीय संबंधों को और मजबूत किया है। उन्होंने विभिन्न देशों के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंधों को बढ़ावा दिया है, जिससे भारत की वैश्विक स्थिति को और मजबूती मिली है। पड़ोसी देशों के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने के उनके प्रयासों की सराहना की जाती है।

नई चुनौतियाँ और समाधान:प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार नई चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी से उबरने के बाद अब देश को आर्थिक सुधारों और विकास की नई राह पर ले जाना उनकी प्राथमिकता है। इसके लिए वह नयी योजनाओं और सुधारों को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

युवा शक्ति और नवाचार:मोदी सरकार का एक बड़ा फोकस युवाओं और नवाचार पर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं की ऊर्जा और उनके नवीन विचार ही देश को आगे ले जाएंगे। इसके लिए उनकी सरकार स्टार्टअप्स और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष योजनाएं चला रही है। ‘स्टार्टअप इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ जैसी पहलें युवाओं को आत्मनिर्भर बनने और देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करती हैं।

मोदी का सामाजिक विकास पर ध्यान:प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पहले दो कार्यकालों में सामाजिक विकास के कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उनके कार्यकाल में शुरू की गई योजनाओं ने समाज के विभिन्न वर्गों को सशक्त बनाने का काम किया है। ‘प्रधानमंत्री जन-धन योजना’, ‘उज्ज्वला योजना’, ‘स्वच्छ भारत अभियान’ और ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ जैसी योजनाओं ने आम जनता के जीवन स्तर को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।                 
 निष्कर्ष: नरेंद्र मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना उनके कार्यों और उनकी नीतियों पर जनता के विश्वास का प्रतीक है। उनके नेतृत्व में देश ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं और भविष्य में भी उनसे बहुत उम्मीदें हैं। यह भी दर्शाता है कि देश ने उनके नेतृत्व में निरंतर प्रगति की है। आने वाले वर्षों में उनकी सरकार की योजनाएँ और नीतियाँ देश को और भी उन्नति की दिशा में ले जाएँगी।उनकी सरकार की योजनाओं और प्राथमिकताओं से यह स्पष्ट है कि वे देश को एक नई दिशा में ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।प्रधानमंत्री मोदी का यह नया कार्यकाल निश्चित रूप से भारत को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा और देश को प्रगति और विकास के पथ पर अग्रसर करेगा।




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