राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ दिल्ली प्रांत के नांगलोई जिले में परिवार मिलन का भव्य कार्यक्रम संपन्न


रिपोर्ट - अखिलेश द्विवेदी

30 अप्रैल,न.दि.- राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की गतिविधि कुटुंब प्रबोधन (दिल्ली में परिवार प्रबोधन) द्वारा परिवार मिलन का भव्य कार्यक्रम संघ दृष्टि से नांगलोई जिले के अंतर्गत आने वाले विश्व शांति मिशन ,आनंद धाम,बक्करवाला में आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की रूपरेखा सुनियोजित ढंग से बनाई गई जिसमें प्रतिभागियों का स्वागत सुबह आठ बजे से आश्रम के गेट नंबर तीन पर तिलक लगाकर किया गया।इसके बाद आश्रम परिसर में बने सभी मंदिरों, गोशाला और कल्पवृक्ष का दर्शन करवाया गया।तत्पश्चात जलपान हुआ।

सभी परिवारों के सदस्यों को आयु अनुसार  बाल,तरुण,तरूणी,युवा दंपत्ति,और प्रौढ़ दंपत्ति में अलग-अलग वर्गों में बांटकर गट अनुसार टीम और परिवार भावना को बढ़ाने वाले खेल खिलाए गए।बच्चों को कल्पवृक्ष के चारों ओर खड़ा करके उसका पौराणिक इतिहास बताया गया।श्रीमान विनय जी ,प्रांत संयोजक ने विवाह योग्य युवक युवतियों को संबोधित किया। 

इसके बाद जिले,विभाग और प्रांत के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा विभिन्न आयुवर्ग के अनुसार सबको अलग बैठाकर परिवार प्रबोधन की संकल्पना से अवगत करवाते हुए आज के सामाजिक सदर्भों में परिवार का महत्व बताया व उसे जोड़े रखने के लिए राष्ट्रभक्ति जगाने और हिंदूं समाज को श्रेष्ठ, सबल बनाने के बहुत से उपायों पर चर्चा की।

तत्पश्चात विशाल सत्संग भवन में सामूहिक रूप से बौद्धिक सत्र बुलाया गया जिसमें विश्व विख्यात श्रद्धेय श्री सुधांशु जी महाराज का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। सबकी ओर से वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पुष्प मालाओं से महाराज जी का स्वागत हुआ।श्री सुधांशु जी महाराज ने बच्चों और महिलाओं की अच्छी उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए वीर बालक हकीकत राय की कहानी सुनाते हुए बच्चों में धर्म के प्रति जागरूकता और महिलाओं से बच्चों को भारतीय संस्कार देने का आह्वान किया।उन्होंने मुगलों और अंग्रेजों की गुलामी का इतिहास याद दिलाते हुए अपने धर्म,संस्कार और सुदृढ़ परिवार व्यवस्था की ओर लौटने के लिए कहा।अपने देश की त्याग और समर्पण से युक्त मजबूत विवाह व्यवस्था और पश्चिम की भोगवादी तथा अल्पकालिक विवाह व्यवस्था के अनेक उदाहरण दिए।महाराज जी के सवा घंटे के संबोधन को करीब चार सौ प्रतिभागियों ने मंत्रमुग्ध होकर सुना।

सबका सामूहिक भोजन हरी घास पर पालथी मारकर करवाया गया।भोजन में चम्मच का प्रयोग नहीं हुआ।भारतीय परंपरा के अनुसार सबने अपने हाथों से स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया।

अंत में कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए परिवार प्रबोधन विभाग संयोजक श्रीमान डॉ.रविंद्र जी ने महाराज जी व सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। प्रांत कार्यकर्ता श्रीमान भगवानदासजी, श्रीमान विनय कुमार  जी, श्रीमान भूषण जी और श्रीमान उमेश जी ने विभाग,जिले,मंडल के अधिकारियों को पूरे समय रहकर प्रोत्साहित किया।


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